The anthem of Indian National Army
Most of us are not aware of the anthem of Indian National Army (INA). Here it is.. शुभ सुख चैन की बरखा बरसे , भारत भाग है जागा पंजाब, सिन्ध, गुजरात, मराठा, द्राविड़ उत्कल बंगा चंचल सागर, विन्ध्य, हिमालय, नीला जमुना गंगा तेरे नित गुण गाएँ, तुझसे जीवन पाएँ हर तन पाए आशा। सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा, जए हो! जए हो! जए हो! जए जए जए जए हो!॥ सब के दिल में प्रीत बसाए, तेरी मीठी बाणी हर सूबे के रहने वाले, हर मज़हब के प्राणी सब भेद और फ़र्क मिटा के, सब गोद में तेरी आके, गूँथें प्रेम की माला। सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा, जए हो! जए हो! जए हो! जए जए जए जए हो!॥ शुभ सवेरे पंख पखेरे, तेरे ही गुण गाएँ, बास भरी भरपूर हवाएँ, जीवन में रूत लाएँ, सब मिल कर हिन्द पुकारे, जय आज़ाद हिन्द के नारे। प्यारा देश हमारा। सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा, जए हो! जए हो! जए हो! जए जए जए जए हो!॥ (Credits: https://hi.wikipedia.org/wiki/शुभ_सुख_चैन ) This is rewordings of Rabindranath Tagore’s Bengali poem ‘Bharoto Bhagyo Bidhata’ by Subhash Bose and